वचन - वचन के परिभाषा,वचन के भेद एवं उदाहरण
वचन किसे कहते हैं
वचन :-संज्ञा सर्वनाम विशेषण और क्रिया के जिस रुप से संख्या का बोध हो उसे वचन कहते हैं।
👉वचन का अर्थ 'संख्यावचन' है। व्याकरण में इसका तात्पर्य संख्या से है। अर्थात् शब्दों के संख्या बोधक भिकारी रूप का नाम 'वचन' है।
जैसे:- घोड़ा-घोड़े, महिला-महिलाएं, आदि।
वचन के दो भेद हैं :-
1. एकवचन
2. बहुवचन
1. एकवचन :-
👉शब्द के जिस रूप से पदार्थ, व्यक्ति या वस्तु का बोध हो, उसे एक वचन कहते हैं।
जैसे:- चिड़िया, लड़का, कुत्ता, घोड़ा, आदि।
2. बहुवचन :-
👉शब्द के जिस रूप से एक से अधिक पदार्थों या व्यक्ति का बोध हो, उसे बहुवचन कहते हैं।
जैसे:- लड़के, घोड़े, कुत्ते, कपड़े, इत्यादि।
वचन की पहचान दो तरह से की जाती है :-
🌟(१) संज्ञा, सर्वनाम से
🌟(२) क्रिया से
(२) संज्ञा, सर्वनाम से वचन की पहचान :-
(क) वह पढ़ रहा है। वे पढ़ रहे हैं।
(ख) मैं जा रहा था। हम जा रहे थे।
(२) क्रिया से वचन की पहचान :-
(क) बालक पड़ रहा है। बालक पढ़ रहे हैं।
(ख) मोर नाचेगा। मोर नाचेंगे।
वचन संबंधी विशेष निर्देश एवं नियम :-
- 'प्रत्येक' तथा 'हरएक' का प्रयोग सदा एकवचन में होता है।
जैसे प्रत्येक व्यक्ति यही कहेगा; हरएक कुआं मीठे जल का नहीं होता। - प्राण, लोग, दर्शन, आंसू, ओठ, दाम, अक्षत इत्यादि शब्दों का प्रयोग हिंदी में बहुवचन में होता है।
जैसे आपके होठ खुले की प्राण तृप्त हुए । ; आप लोग आए। ;आशीर्वाद के अक्षत बरसे; दर्शन हुए। - द्रव्यवाचक संज्ञाओं का प्रयोग एकवचन में होता है ।
जैसे उनके पास बहुत सोना है।; ना नौ मन तेल होगा ना राधा नाचेगी।; उसका बहुत सा धन बर्बाद हुआ। - परंतु यदि द्रव्य के भिन्न-भिन्न प्रकारों का बोध हो तो द्रव्यवाचक संज्ञा बहुवचन में प्रयुक्त होगी।
जैसे यहां बहुत तरह के लोहे मिलते हैं।; चमेली, गुलाब,तिल इत्यादि के तेल अच्छे होते हैं। - दूसरी भाषाओं के तत्सम या तद्भव शब्दों का प्रयोग हिंदी व्याकरण के अनुसार होना चाहिए।
कुछ शब्दों के एक वचन और उसके बहुवचन
एकवचन बहुबचन
- लड़का लड़के
- पहिया पहिये
- शाखा शाखाएँ
- बहन बहने
- रात राते
- आदत आदते
- सड़क सकड़े
- अध्यापिका अध्यापिकाएँ
- तिथि तिथियां
- चोर चोरों
- गुड़िया गुडियाएँ
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