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कृषि मंत्रालय ने पहली बार आपदा प्रबंधन योजना ला रही है इस योजना के अंतरगत कृषि मंत्रालय ने 34 जोखिमों को सूचीबद्व किया है

कृषि मंत्रालय ने पहली बार आपदा प्रबंधन योजना ला रही है इस योजना के अंतरगत कृषि मंत्रालय ने 34 जोखिमों को सूचीबद्व किया है जो कृषि क्षेत्र   के लिए खतरा  बन सकते है।  केंद्र सरकार  जल्द ही बाढ़ और सूखे जैसी मौसमी आपदा से निपटने के लिए, आपदा प्रबंधन योजना लागु करने  जा रही है।  इस योजना को मार्च  2021 में पेश किये जाने की उम्मीद की जा रही है। इसमें ऐसे 34  जोखिमों को  शामिल  किया गया है जो कृषि और किसानो के लिए खतरा बन सकती है तथा जिसमे समय रहते हस्तक्षेप करने की जरुरत पढ़ती  है। इन संकट में लू, भूकंप,खेतो पर जानवरो के हमले, मरुस्थलीकरण,खेतो में आज लगाने चक्रवात और रसायनो  पर निर्भरता शामिल है।  इस योजना का नाम :-  रास्ट्रीय कृषि आपदा प्रबंधन योजना  इस योजना का उदेश्ये :- लघु, माध्यम, और दीर्घ-कलिक उपायों को अपनाकर के इन खतरों को आपदाओं  में बदलने से  है।  यह योजना जिसे कृषि मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और कृषि विश्वविद्यायल, के परमर्श और निर्देश में तैयार किया जा रहा है इसे पूर...

एक भारत श्रेष्ठ भारत

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 एक भारत श्रेष्ठ भारत इस अभियान को वर्ष 2015 में विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों के मध्य जुड़ाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था ताकि विभिन्न संस्कृतियों के लोगों के बीच आपसी समझ और संबंधों को बढ़ाया जा सके तथा भारत की एकता और अखंडता को मज़बूत किया जा सके। यह शिक्षा मंत्रालय की एक पहल है। इस पहल के व्यापक उद्देश्य इस प्रकार हैं: राष्ट्र की विविधता में एकता कायम करना तथा लोगों के मध्य पारंपरिक रूप से विद्यमान भावनात्मक बंधन को बनाए रखना और उसे मज़बूती प्रदान करना। सभी भारतीय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के बीच एक वार्ता तथा बेहतर संबंध स्थापित कर राष्ट्रीय एकीकरण की भावना को बढ़ावा देना। लोगों को भारत की विविधता को समझने, उसकी सराहना करने, विभिन्न राज्यों की समृद्ध विरासत और संस्कृति, रीति-रिवाजों तथा परंपराओं को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से सामान्य पहचान की भावना को बढ़ावा देना लंबे समय तक काम में संलग्न होने के लिये एक ऐसा वातावरण निर्मित करना जो सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभवों को साझा कर विभिन्न राज्यों के मध्य सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देता हो। देश क...

गुटनिरपेक्ष आंदोलन

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 गुटनिरपेक्ष आंदोलन परिचय यह विश्व के 120 विकासशील देशों का एक मंच है, जिसमें वे देश शामिल हैं, जो औपचारिक तौर पर विश्व की किसी भी बड़ी महाशक्ति के गुट में शामिल नहीं हैं। पृष्ठभूमि इस समूह की शुरुआत वर्ष 1961 में बेलग्रेड, यूगोस्लाविया में हुई थी। इस समूह का गठन यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप ब्रोज़ टिटो, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, मिस्र के दूसरे राष्ट्रपति गमाल अब्देल नासिर, घाना के पहले राष्ट्रपति क्वामे नक्रमा और इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो द्वारा किया गया था। गुटनिरपेक्ष आंदोलन के गठन की प्रक्रिया में वर्ष 1955 में आयोजित बांडुंग सम्मेलन को काफी महत्त्वपूर्ण माना जाता है। उद्देश्य इसका उद्देश्य विश्व राजनीति में एक स्वतंत्र मार्ग का निर्माण करना है, ताकि सदस्य देश प्रमुख शक्तियों के बीच संघर्ष में मात्र प्यादा बनकर न रह जाएँ। यह  (1) स्वतंत्र निर्णय के अधिकार,  (2) साम्राज्यवाद एवं नव-उपनिवेशवाद के विरुद्ध संघर्ष और  (3) वैश्विक शक्तियों के संबंध में संतुलित नीति के उपयोग को उसके दृष्टिकोण को प्रभावित करने वाले तीन मूल तत्त्वों के रूप...

रमन प्रभाव: सर चंद्रशेखर वेंकट रमन

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सर चंद्रशेखर वेंकट रमन द्वारा रमन इफेक्ट ’की खोज करने की स्मृति में हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day- NSD) के रूप में मनाया जाता है। वेंकट रमन को उनके इस कार्य के लिये वर्ष 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। पहला राष्ट्रीय विज्ञान दिवस वर्ष 1987 में मनाया गया था। सर चंद्रशेखर वेंकट रमन  रमन प्रभाव:  रमन प्रभाव अणुओं द्वारा फोटॉन कणों का लचीला प्रकीर्णन है जो उच्च कंपन या घूर्णी ऊर्जा स्तरों को प्रोत्साहित करते हैं। इसे रमन स्कैटरिंग भी कहा जाता है। सरल शब्दों में यह प्रकाश की तरंगदैर्ध्य में परिवर्तन है जो प्रकाश की किरणों के अणुओं द्वारा विक्षेपित होने के कारण होता है। जब प्रकाश की एक किरण किसी रासायनिक यौगिक के धूल रहित एवं पारदर्शी नमूने से होकर गुज़रती है तो प्रकाश का एक छोटा हिस्सा आपतित किरण की दिशा से भिन्न अन्य दिशाओं में उभरता है। इस प्रकिर्णित प्रकाश के अधिकांश हिस्से का तरंगदैर्ध्य अपरिवर्तित रहता है। हालांँकि प्रकाश का एक छोटा हिस्सा ऐसा भी होता है जिसका तरंगदैर्ध्य आपतित प्रकाश के तरंगदैर्ध्य से भिन्न होता है और इसकी उ...

ऑक्सीजन

ऑक्सीजन वायुमंडल में लगभग 21% (20.95) मात्रा में उपस्थित है। रासायनिक दृष्टि से यह अत्याधिक सक्रिय गैस है जिसका निर्माण हरे पेड़ - पौधे के द्वारा प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया तथा खनिज ऑक्साइड अपचयन से होता है यह एक प्राणीदायी गैस है क्योंकि इसके बिना जीव जंतु एवं मनुष्य के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है पृथ्वी पर दहन की क्रिया ऑक्सीजन के बिना असंभव है यह जैवमंडल में पोषक तत्वों के चक्रण एवं अवशिष्ट पदार्थों के सड़ने की प्रक्रिया में सहयोग प्रदान करती है वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा ऑक्सीजन चक्र के माध्यम से संतुलित रहती है।

जैवभार पिरामिड

क्या है जैवभार पिरामिड 🤔🤔 किसी जीवितप्राणी में उपलब्ध कार्बनिक पदार्थों का कुल शुष्क भार उसका जैवभार कहलाता है। अतः जैवभार पिरामिड प्रत्येक पोषण स्तर के जीवो में उपलब्ध कार्बनिक पदार्थों के कुल शुष्क भार का क्रमानुसार प्रदर्शन है। संख्या पिरामिड की तरह इसका भी प्रदर्शन सीधा या उल्टा हो सकता है।

WTO में पहली बार महिला अध्यक्ष - न्गोजी ओकोंजो-इवैला

WTO के महानिदेशक पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला बनी है न्गोजी ओकोंजो-इवैला , विश्व व्यापार संगठन (WTO) की नई  जनरल director general नियुक्त की गई है। WTO के महानिदेशक पद पर नियुक्त होने वाली यह पहली महिला है इसके साथ ही यह इस पद को पाने वाली पहली अफ्रीकी है। न्गोजी ओकोंजो-इवैला नाइजीरिया की प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं इसके अलावा यह देश की वित्त मंत्री भी रह चुकी है। न्गोजी ओकोंजो-इवैला 1 मार्च को पदभार ग्रहण करेंगी इनका कार्यकाल 31 अगस्त 2025 को समाप्त होगा यह क्रम में WTO की सातवीं महानिदेशक है।  1 जनवरी 1956 को WTO अस्तित्व में आया WTO  full form - World Trade  organization  है।

सौरमंडल में पृथ्वी 6 class NCERT short notes

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पूर्णिमा 👉 पूर्ण चंद्रमा वाली रात को पूर्णिमा कहते हैं। अर्थात चंद्रमा वाली रात । अमावस्या 👉 बिना चांद वाली रात को अमावस्या कहते हैं। इसे नये चंद्रमा की रात भी कहा जाता है। खगोलीय पिंड 👉 सूर्य चंद्रमा एवं रात को आसमान में चमकने वाली सभी वस्तुओं को खगोलीय पिंड कहते हैं। तारा 👉 यह आकार में बड़े, गर्म, और गैसों से बने होते हैं इनके पास अपनी ऊष्मा होती है एवं बड़ी मात्रा में ये अपनी उष्मा उत्सर्जित करते हैं तथा अपने प्रकाश से प्रकाशित होते हैं। 🌟 हमारा सूर्य भी एक तारा है ग्रह 👉 ग्रह के पास अपना प्रकाश नहीं होता है।यह सूर्य/तारों के प्रकाश से प्रकाशित होते हैं तथा ग्रह अपने कक्षा में सूर्य के चक्कर लगाते हैं। ध्रुव तारा 👉 ध्रुव तारा हमेशा उत्तरी ध्रुव पर स्थित रहता है। प्राचीन काल एवं इस वर्तमान काल में भी रात के समय में ध्रुव तारा दिशा पता करने में काम आती है। नक्षत्र मंडल 👉 तारों के समूह द्वारा बनाए गए विभिन्न आकृतियां नक्षत्र मंडल कहलाती है। जैसे अमें यार बिग बियर सप्त ऋषि चंद्रमा 👉 चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है। पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी 384400 किलोमीटर है। 🌟   नील...

आजाद भारत में पहली बार होगी एक महिला को फांसी

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दरअसल आजाद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि किसी महिला अपराधी को फांसी दी जाएगी।इस महिला का नाम शबनम है और इस महिला को फांसी दी जाने की तारीख अभी तय नहीं हुई है।अपराध के संबंध में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आ रहा है कि आजाद भारत में पहली बार किसी महिला को फांसी दी जाएगी । शबनम उन दो अपराधियों में से एक है जिन्हें 2008 के अमरोहा के एक हत्या मामले में दोषी ठहराया गया था हालांकि सत्र न्यायालय ने इस मामले में सजा सुनाई थी जिसे बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती भी दी गई लेकिन हाईकोर्ट ने भी सत्र न्यायालय के फैसले को सही मानते हुए फांसी की सजा को बरकरार रखा था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका को भी 2015 में खारिज कर दिया गया था शबनम को मथुरा में स्थित देश के एकमात्र महिला फांसी घर में फांसी दी जाएगी इस फांसी घर को 1870 में ब्रिटिश सरकार ने मथुरा जेल में बनवाया था इस फांसी घर का जिक्र हमें उत्तर प्रदेश जेल मैन्युअल 1956 में मिलता है।

भारत की स्थिति एवं अक्षांशीय विस्तार

भारत 8 डिग्री 4 सेकंड उत्तर से 37 डिग्री 6 सेकंड उत्तरी अक्षांश के मध्य स्थित है कर्क रेखा भारत के बीच से होकर गुजरती है विषुवत रेखा के पास होने के कारण दक्षिणी भाग में साल भर उच्च तापमान रहता है यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्र है भारत का उत्तरी भाग गर्म शीतोष्ण पेटी में स्थित है इसीलिए यहां विशेषकर शीत ऋतु में निम्न तापमान होता है भारत की जलवायु में उष्ण एवं शीतोष्ण दोनों की विशेषताएं पाई जाती है।

फाइबर ऑप्टिकल केबल के लाभ (advantage of fibre optical cable)

फाइबर ऑप्टिकल केबल ‌"पूर्ण आंतरिक परावर्तन" के सिद्धांत पर कार्य करता है। फाइबर ऑप्टिकल प्रणाली के उपयोग का निम्नलिखित लाभ है। अति निम्न लाइन क्षती (very low line loss)- पारंपरिक धात्विक तार युक्त केबिल की अपेक्षा फाइबर ऑप्टिकल केबल प्रणाली में संकेत शक्ति की क्षती बहुत कम हो जाती है। क्योंकि फाइबर ऑप्टिकल केबल में कोई धात्विक माध्यम प्रयोग नहीं किया जाता है।और इसके द्वारा प्रकाश संकेतों के गुजरने के लिए प्रतिरोध का मान नगण्य  होता है। चौड़ी आवृत्ति बैंड पर डाटा स्थानांतरण क्षमता (wideband data transferring capacity) - फाइबर ऑप्टिक केबल अनेक मेगाहर्ट्ज आवृत्ति पारस में प्रकाश संकेत (डाटा) को स्थानांतरित करने की क्षमता रखता है। न्यूनतम संचरण विलंब (least proposition delay) - फाइबर ऑप्टिकल केबल के द्वारा प्रकाश संकेतों (डटा) को इनपुट सिरे से आउटपुट सिरे तक पहुंचने में लगने वाला समय नगण्य  होता है क्योंकि संकेत लगभग प्रकाश की गति से यात्रा करते हैं और वह भी नगण्य  विरोध की अवस्था में। सुगम बहूकरण (easy multiplexing) - कई स्रोतों से प्राप्त संकेतो (डाटा) को बिना एक दूसरे म...

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) क्या है

यह भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करने वाला एक विशेष बल है जिसका उद्देश्य प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदा में त्वरित सहायता प्रदान करना है आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत वर्ष 2006 में इसका गठन किया गया था वर्तमान में इस में कुल 12 बटालियन शामिल है।

भारत के राज्य एवं उनके स्थापना दिवस

उत्तर प्रदेश - राजस्थनी लखनऊ - स्थापना 1 नवंबर 1956 उत्तराखंड - राजधानी देहरादून - स्थापना 9 नवंबर 2000 मध्य प्रदेश - राजधानी भोपाल - स्थापना 1 नवंबर 1956 (वर्तमान स्वरूप 1 नवंबर 2000) छत्तीसगढ़ - राजधानी रायपुर - स्थापना 1 नवंबर 2000 राजस्थान - राजधानी जयपुर - स्थापना 1 नवंबर 1956 बिहार - राजधानी पटना - स्थापना 22 मार्च 1912 झारखंड - राजधानी रांची - स्थापना 15 नवंबर 2000 अरुणाचल प्रदेश - राजधानी ईटानगर - स्थापना 20 फरवरी 1987 असम - राजधानी दिसपुर - स्थापना 1912 ओडिशा - राजधानी भुनेश्वर -स्थापना  1 अप्रैल 1936 हरियाणा - राजधानी चंडीगढ़ - स्थापना 1 नवंबर 1966 गुजरात - राजधानी गांधीनगर -स्थापना 1 मई 1960 हिमाचल प्रदेश - राजधानी शिमला - स्थापना 25 जनवरी 1971 पश्चिम बंगाल - राजधानी कोलकाता - स्थापना 1 नवंबर 1956 महाराष्ट्र - राजधानी मुंबई - स्थापना 1 मई 1960 सिक्किम - राजधानी गंगटोक - स्थापना 1975 गोवा - राजधानी पणजी - स्थापना 1987 केरल - राजधानी तिरुवंतपुरम - स्थापना 1 नवंबर 1956 मेघालय - राजधानी शिलांग - स्थापना 21 जनवरी 1972 नागालैंड - राजधा...

कर्क रेखा भारत के किन राज्यों से होकर गुजरता है।

कर्क रेखा भारत के 8 राज्यों से होकर गुजरता है। 1. गुजरात 2. राजस्थान 3. मध्य प्रदेश 4. छत्तीसगढ़ 5. झारखंड 6. पश्चिम बंगाल 7. त्रिपुरा 8. मिजोरम

बिहार के सात निश्चय पार्ट 2 योजना के तहत सात निश्चय

बिहार के सात निश्चय पाठ योजना के तहत सात निश्चय इस प्रकार निम्नलिखित है। 1. युवा शक्ति बिहार की प्रगति। 2. सशक्त महिला सक्षम महिला। 3. हर खेत को सिंचाई के लिए पानी 4. स्वच्छ गांव, समृद्ध गांव। 5. स्वच्छ शहर, विकसित शहर। 6. सुलभ संपर्कता। 7. सबके लिए स्वास्थ्य सुविधाएं।

जैव उपचार (Bioremediation)

जैव उपचार एक ऐसी तकनीक है जिसमें सूक्ष्मजीव का प्रयोग कर पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करने का या रोकने का कार्य किया जाता है यह तकनीक मुख्यता इस आधार पर कार्य करती है कि सूक्ष्म जीवों में जैविक योगिक को को नष्ट करने की असीमित क्षमता होती है अनुसंधान के तौर पर बायो रेमेडिएशन का व्यापक रूप से प्रयोग मरुस्थलीकरण को रोकने, वैश्विक जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने एवं पदार्थों के जीवन चक्र को उनके प्राकृतिक रूप में बनाए रखने के लिए किया जा रहा है।

विद्युत-चुंबकको के उपयोग

विद्युत चुंबक के उपयोग निम्नलिखित है। 1. विद्युत-घंटियों, ध्वनि-विस्तारक, एवं दूरभाष यंत्र, ट्रांसफार्मर तथा डायनेमो की क्रोध आदि बनाने में इसका उपयोग किया जाता है। 2. विशालकाय विद्युत चुंबक को का चलनशील क्रेन द्वारा लोहे एवं स्टील की भारी वस्तु जैसे मशीनों, लोहे की चादर के गद्दारों, आदि को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने के लिए उपयोग किया जाता है। 3. अस्पतालों में आंख तथा शरीर के अन्य किसी भाग से लोहे तथा स्टील के टुकड़े छर्रे आदि निकालने में इसका उपयोग होता है।

विद्युत चुंबक की प्रबलता को प्रभावित करने वाले कारक

विद्युत चुंबक की प्रबलता को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं। 1. परिनालिका में प्रवाहित विद्युत धारा की प्रबलता धारा बढ़ाने पर विद्युत चुंबक की प्रबलता बढ़ती है। 2. परिनालिका की प्रति एकांक लंबाई में तार के फेरे की संख्या परिनालिका में प्रति एकांक लंबाई में तारों के जितने अधिक फेरे होते हैं विद्युत चुंबक की प्रबलता उतनी ही अधिक होती है। 3. परिनालिका में प्रयुक्त क्रोड का पदार्थ। क्रोड के पदार्थ की चुंबकशीलता जितनी अधिक होती है विद्युत चुंबक की प्रबलता भी उतनी ही अधिक होता है।

विचुम्बकन

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किसी चुंबकीय पदार्थ के चुंबकत्व को नष्ट करने की प्रक्रिया विचुम्बकन कहलाती है यदि किसी चुंबक को हथौड़े से पीटा जाए अथवा उसे उसके क्यूरी ताप पर गर्म करें तो पदार्थ का चुंबकत्व पूर्णतः नष्ट हो जाता है। क्यूरी ताप किसी भी पदार्थ का क्यूरी ताप वह ताप है जिसके नीचे पदार्थ लौह चुंबकीय तथा उसके ऊपर अनुचुंबकीय होता है।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश की स्थापना 1 नवंबर 1956 ईस्वी को हुआ था इसकी राजधानी लखनऊ है। यहां गंगा यमुना सरयू गोमती रामगंगा और बेतवा नदी बहती है। 2011 के जनगणना के अनुसार यहां की साक्षरता दर 67.7% थी तथा लिंगानुपात 912:1000 थी। उत्तर प्रदेश भारत का सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य है क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तर प्रदेश भारत का चौथा बड़ा राज्य है।  उत्तर प्रदेश की जलवायु उष्ण प्रधान शीतोष्ण कटिबंधीय एवं मानसून वाली है यहां सर्वाधिक वर्षा गोरखपुर में और सबसे कम वर्षा मथुरा में होता है। यहां के प्रमुख उत्पादन है गेहूं, गाना, चावल उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती राज्य है जो इस प्रकार है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, सीमावर्ती केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली सीमावर्ती देश नेपाल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री बनी थी।

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