आरंभिक मानव की खोज class 6 NCERT Short notes
Lesson 2
हम उन लोगों के बारे में जानते हैं जो इस उपमहाद्वीप में 2000000 साल पहले रहा करते थे आज हम उन्हें आखेटक खाद्य संग्रहक के नाम से जानते हैं ।
आखेटक खाध संग्राहक - घूमते रहने का कारण -
- अगर वे एक ही जगह पर ज्यादा दिन तक रहते तो आसपास के पौधों फलों और जानवरों को खा कर समाप्त कर देते थे।
- जानवरों का शिकार करने वाले जानवरों के पीछे एक जगह से दूसरे जगह तक जाना।
- पेड़ों और पौधों में फल फूल अलग-अलग मौसम में आते हैं।
- पानी के तलाश में
पत्थर के उपकरण बहुत महत्वपूर्ण थे इसीलिए लोग ऐसी जगह ढूंढते रहते थे जहां अच्छे पत्थर मिल सके जहां लोग पत्थरों से औजार बनाते थे उन स्थलों को उद्योग-स्थल कहते हैं।
पुरास्थल
- पुरास्थल उन स्थानों को कहते हैं जहां औजार बर्तन और इमारतें जैसी वस्तुओं के अवशेष मिलते हैं।
- ऐसी वस्तुओं का निर्माण लोगों ने अपने काम के लिए किया था और बाद में वह उन्हें वहीं छोड़ गए
- यह जमीन के ऊपर अंदर कभी-कभी समुद्र और नदी के तल में भी पाए जाते हैं
पाषाण उपकरणों के निर्माण के तरीके
- पत्थर से पत्थर को टकराना
- आघात करने वाले पत्थर से दूसरे पत्थर पर तब तक शल्क के निकाले जाते हैं जब तक वांछत आकार वाला उपकरण ना बन जाए
- दबाव शल्क तकनीक
- इसमें क्रोड को एक स्थिर सतह पर टिकाया जाता है और इस क्रोड पर हड्डी या पत्थर रखकर उस पर हथौड़ी नुमा पत्थर से शल्क निकाले जाते हैं।
आग की खोज
- कुरनूल गुफा में राख के अवशेष मिले हैं।
- मतलब यह है कि आरंभिक लोग आग जलाना सीख गए थे।
- इस काल में मछली भी भोजन का मुख्य स्रोत बन गई
नाम और तिथिया
- आरंभिक काल को पुरापाषाण काल करते हैं
- पूरा यानी प्राचीन और पाषाण यानी पत्थर
- यह नाम पूरास्थलों से प्राप्त पत्थर के औजार के महत्व को बताता है
- पुरापाषाण काल 2000000 (लाख) साल पहले से 12000 (हजार) साल पहले के दौरान माना जाता है
इस काल को भी तीन भागों में विभाजित किया गया है।
- आरंभिक
- 20लाख से 12 हजार साल पहले
- मानव इतिहास की लगभग 99% घटनाएं इसी काल में घटित हुई है
- मध्य
- जिस काल में हमें पर्यावरणीय बदलाव मिलते हैं उसे 'मेसोलिथ' यानी मध्य पाषाण युग कहते हैं।
- 12000 (हज़ार) साल पहले से लेकर 10000 (हजार) साल पहले तक माना गया हैं।
- इस काल के पाषाण औजार आमतौर पर बहुत छोटे होते थे इन्हें माइक्रोलिथ यानी लघु पाषाण कहा जाता है।
- साथ साथ पूरा पाषाण युग वाले औजार भी इस दौरान बनाए जाते हैं
- उत्तर
- नवपाषाण या उत्तर पाषाण युग
- शुरुआत लगभग 10 हजार साल पहले
शैल चित्र कला
- मध्यप्रदेश और दक्षिणी उत्तर प्रदेश की गुफाओं से शैल चित्र मिले हैं।
- इसमें जंगली जानवरों का बड़ी कुशलता से सजीव चित्रण किया गया है।
भारत में शुतुरमुर्ग
- भारत में पुरापाषाण युग के दौरान शुतुरमुर्ग होते थे
- महाराष्ट्र के पुराने पुरास्थल से शुतुरमुर्ग के अंडे के अवशेष मिले
- इसके कुछ छिलकों पर चित्रांकन भी मिलता है
- इन अंडों से मनके भी बनाए जाते थे।