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वाक्य

वाक्य :-  क्रमबद्ध सार्थक शब्द समूह जिससे कोई भाव या विचार स्पष्ट रूप से प्रकट हो, उसे वाक्य कहते हैं। जैसे:- 'विद्यार्थी पाठ याद कर रहे हैं।' यह शब्द समूह से वक्ता के कहने का भाव स्पष्ट रूप से प्रकट हो रहा है। अतः इसे वाक्य कहेंगे। वाक्य की विशेषताएं :-  1. सार्थक शब्द व्याकरण के नियमों से बांधकर वाक्य की रचना कहते हैं। 2. वाक्य हमारे भाव या विचारों को पूर्ण रूप से प्रकट करने में समर्थ होता है। 3. कर्ता और क्रिया वाक्य के लिए आवश्यक होता है। 4. वाक्य में कर्ता, कर्म और क्रिया का एक निश्चित क्रम होता है। 5. विशेषण, क्रियाविशेषण आदि पदों का प्रयोग करने से वाक्य का विस्तार होता है। वाक्य के मुख्य रूप से दो अंग होते हैं :- 1. उद्देश्य :- वाक्य में जिसके विषय में कुछ कहा जाए उसे उद्देश्य कहते हैं। जैसे:- संतोष गाना गाता है। इस वाक्य में संतोष के बारे में कहा गया है आत: संतोष उद्देश्य है। 2. विरोध :- उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाए उसे विरोध कहते हैं। जैसे:- संतोष गाने गाता है। इस वाक्य में 'गाना गाता है' यह विशेष है।

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